Friday 8 April 2016

Ugly Thoughts


Banjarapan pahle cahat thi , fir shauk bani, aur ab aadat. 

Peeche chut jane
  • जल्दी भी बहुत है और जाना भी कहीँ  नहीं   । 
  • कुछ इस तरह जाना मैंने ज़िंदगी को जैसे ये मेरा ख्याल हो । 
  • उस जगह पर खोने का क्या मज़ा जहाँ आपको सब मिल जाये । चलो वहां चलते हैं जहाँ ढूंढने के लिए कुछ हो । 
  • सोचा पेड़ लगा दूँ हर जगह , फिर ख्याल आया पैसे क्या पेड़ पे उगते हैं | 
  •  एक नज़र मेरी भी ले जाओ  , शायद तन्हाई मैं काम आ जाये । 
  • अपने बीच की शिकायत को दूर करने के लिए अक्सर हम किसी तीसरे को निशाना बनाते  हैं उसमें से हालत भी एक है।
  • कभी- कभी लेने और देने के चक्कर मैं हमें लेने - देने भी पड़  जाते हैं ।
  • अगर आप गन्दगी साफ नहीं कर सकते तो जूते पहन लीजिए।

(डर  लगता है , कुछ लोग शायद  अपने ज़िद्द की वजह से खेलने न लग जाएँ )

  • दुनिया विश्वास पर ही कायम है भले ही वो अंधविश्वास  ही क्यों 
  • भ्रष्टाचार मिटाना आसान है पर उसके लिए आपको भ्रस्ट आचार  करना छोड़ना होगा ।
  • लक्ष्मी उसके पास आती है जिसके पास लक्ष्मी होती है बाकी  तो सिर्फ  दीया  जलाते हैं ।
  • On the road of being Good. You can sense bad of others, instead of that you treat them well. Finally, you become better.
  • Ideal people on ideal time at ideal place can set ideology.
  • Almost everything create a loop. It's always like day and night.  
  • When you continuously suppress your feelings,  either it will die or explode(condition apply). 





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